गिरता पारा, बढ़ती चुनौतियां: जिला प्रशासन अलर्ट पर
दूरदराज क्षेत्रों में एडवांस सप्लाई, अस्पतालों में विशेष स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी, अलाव, रैन बसेरे, सड़क सुरक्षा और मशीनरी की त्वरित तैनाती पर प्रशासन का जोर

देहरादून, हमारु अपणु उत्तराखंड। शीतलहर और तेजी से गिरते तापमान को देखते हुए देहरादून जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा ने एनआईसी सभागार में विभिन्न विभागों के साथ शीतकालीन तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने निर्देश दिए कि ठंड से बचाव के लिए सभी विभाग त्वरित एक्शन प्लान तैयार कर प्रशासन को उपलब्ध कराएं तथा आम जनता को शीतलहर के जोखिमों के प्रति जागरूक किया जाए।
अपर जिलाधिकारी ने गरीब और बेघर लोगों के लिए सार्वजनिक स्थलों—चौराहों, अस्पतालों, बस स्टैंड आदि पर रात्रि में अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। रैनबसेरों को पूरी क्षमता से संचालित करते हुए गद्दे, कंबल और हीटर जैसी सुविधाएँ मुहैया कराने के निर्देश दिए गए। जरूरतमंदों को गर्म कंबल भी वितरित किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों में पर्याप्त दवाएं, डॉक्टर और स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष स्वास्थ्य एडवाइजरी जारी करने को कहा गया।
उन्होंने बर्फबारी और पाला प्रभावित क्षेत्रों में चेतावनी साइनेज लगाने तथा सड़कों को जल्द खुलवाने के लिए मशीनरी और मैनपावर तैनात रखने का निर्देश दिया। दूरस्थ गांवों में खाद्यान्न की एडवांस सप्लाई, बिजली–पानी की निर्बाध आपूर्ति और कोहरे से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने हेतु यातायात नियमों की कड़ी निगरानी पर भी जोर दिया गया।
तहसील और ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम सक्रिय रखने, राहत–बचाव उपकरण तैयार रखने तथा निराश्रित पशुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


