उत्तराखंड

रुद्रप्रयाग के पाली मल्ली में गुलदार ने अधेड़ को बनाया निवाला

क्षेत्र में दहशत का माहौल, वन विभाग और डीडीआरएफ की टीम मौके पर जुटी

रुद्रप्रयाग। जिले के ग्राम जौंदला (पाली मल्ली तोक) में मंगलवार देर रात गुलदार के हमले में एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत और आक्रोश का माहौल है। मृतक की पहचान मनबर सिंह बिष्ट (54 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय चन्द्र सिंह, निवासी ग्राम पाली, तहसील रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है।

घटना की जानकारी बुधवार सुबह करीब 9 बजकर 12 मिनट पर स्थानीय निवासी अनिल नेगी द्वारा जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को दी गई। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। साथ ही चौकी प्रभारी चोपता दुर्गाधार और प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।

अधिकारियों के अनुसार, मृतक का शव जंगल के भीतर गहराई में मिला, जो सड़क मार्ग से काफी दूर स्थित था। शव को सड़क मार्ग तक लाने के लिए डी.डी.आर.एफ (जिला आपदा राहत एवं प्रतिक्रिया बल) की टीम की मदद ली जा रही है। बताया जा रहा है कि शव को बाहर निकालने में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि क्षेत्र दुर्गम और घने जंगलों से घिरा हुआ है।

घटना के बाद वन विभाग ने आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है, ताकि गुलदार की गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जा सके और ग्रामीणों को सुरक्षित किया जा सके। विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे आवश्यक सावधानी बरतें, अकेले जंगल की ओर न जाएं और बच्चों व मवेशियों को भी निगरानी में रखें।

वहीं, इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि क्षेत्र में गुलदार को पकड़ने के लिए तत्काल पिंजरे लगाए जाएं, और यदि आवश्यक हो तो शूटर तैनात किए जाएं ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। साथ ही, प्रभावित परिवार को शीघ्र मुआवजा देने की भी मांग की गई है।

इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीर समस्या को उजागर कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक वन्यजीवों की सुरक्षा और मानवीय बस्तियों के बीच संतुलन नहीं बनाया जाता, तब तक ऐसी घटनाएं रुकना मुश्किल है।

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