
– “एबीवीपी का अधिवेशन राष्ट्रनिर्माण के पवित्र यज्ञ का महासंगम”—मुख्यमंत्री धामी
देहरादून, हमारु अपणु उत्तराखंड। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को परेड ग्राउंड में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रोफेसर यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार से गोरखपुर के समाजसेवी श्रीकृष्ण पांडेय को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री पांडेय द्वारा बाल भिक्षावृत्ति निर्मूलन, निस्सहाय मनोरोगियों की सेवा और कारागार बंदियों के पुनर्वास जैसे क्षेत्रों में किया गया कार्य सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्कृष्ट उदाहरण है।
मुख्यमंत्री धामी ने देशभर से आए एबीवीपी पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि वे स्वयं विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि परिषद के साथ कार्य करते हुए मिले अनुभवों ने उन्हें संगठन, नेतृत्व और समाज सेवा की गहरी समझ प्रदान की। उन्होंने कहा कि एबीवीपी का राष्ट्रीय अधिवेशन कोई साधारण आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण के संकल्प से भरे ऊर्जावान युवाओं का महासंगम है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस मंच से निकलने वाले विचार और संकल्प देश को सामाजिक व सांस्कृतिक रूप से नई दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि 1949 में एबीवीपी की स्थापना ऐसे समय में हुई, जब देश नई दिशा की तलाश में था। तब राष्ट्र निर्माण, समाज सुधार और सांस्कृतिक जागरण के लिए एक संगठित एवं राष्ट्रवादी छात्रशक्ति की आवश्यकता थी, जिसे एबीवीपी ने सफलतापूर्वक पूरा किया है। बीते 77 वर्षों में संगठन ने व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का महत्वपूर्ण दायित्व निभाया है और शिक्षा, समाज एवं संस्कृति के क्षेत्रों में व्यापक परिवर्तन लाने वाली अग्रणी शक्ति के रूप में उभरा है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भारत की युवा शक्ति देश की सबसे बड़ी संपत्ति है। युवा अपने परिश्रम और संकल्प से भारत को सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में युवाओं को राष्ट्रशक्ति मानकर स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, फिट इंडिया और नई शिक्षा नीति जैसे अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. रघुराज किशोर तिवारी, महामंत्री डॉ. वीरेन्द्र सिंह सोलंकी सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।



